अमरेली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को गुजरात के अमरेली में जनसभा की। मोदी ने कहा कि उनकी सरकार में देश में पांच साल में कहीं भी बम धमाका नहीं हुआ। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद सिर्फ ढाई जिलों तक ही सीमित रह गया।
मोदी ने कहा कि उन्होंने गुजरात से जो सीखा वोे 2017 में चीन के साथ डोकलाम में हुए विवाद के दौरान काफी काम आया है। इस दौरान मोदी ने यूपीए के कार्यकाल में हुए हमलों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने आतंकवाद पर लगाम लगाया है।
पाक ने भारत से बातचीत के लिए जनता के सामने अपील की- मोदी
बालाकोट हमले के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, वहां के नेता को हमसे फोन पर बात करने के लिए सार्वजनिक रूप से अपील करनी पड़ी। दरअसल, इमरान ने बालाकोट हमले के बाद कहा था कि वे भारत से बात करने की कोशिश कर रहे हैं।
'नेहरू का अनादर करने के इरादे से नहीं बनाई सरदार की प्रतिमा'
कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, सरदार सरोवर प्रोजेक्ट अगर 40 सालों पहले पूरा होता तो गुजरात और अच्छा होता। आजादी के बाद से 2014 में पहली बार कांग्रेस की सबसे कम सीटें आई हैं। 2019 में कांग्रेस सबसे कम सीटों पर चुनाव लड़ रही है, लेकिन फिर भी सत्ता में आने का सपना देख रही है। मोदी ने कहा, गुजरात में सरदार पटेल की प्रतिमा पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का अनादर करने के इरादे से नहीं बनाई गई।
कांग्रेसी नेताओं ने अब तक स्टैच्यू ऑफ यूनिटी नहीं देखा
मोदी ने कहा कि अब तक किसी भी बड़े कांग्रेस नेता ने दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का दौरा नहीं किया। अब तक 12 लाख से अधिक लोग इस प्रतिमा को देखने जा चुके हैं। हर माह 10 से 12 हजार लोग वहां जा रहे हैं, पर क्या आपने अब तक किसी कांग्रेसी नेता की स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के साथ तस्वीर देखी है? हालांकि, वे दावा करते हैं कि सरदार पटेल उनकी पार्टी कांग्रेस के नेता हैं।
वारदात गुरुवार को बुजी टॉप इलाके के मकरान कोस्टल हाईवे पर हुई। हमलावरों ने यात्रियों के पहचान पत्रों की जांच के बहाने नीचे उतारा। एजेंसी के मुताबिक, बस से कुल 16 यात्रियों को उतारा गया था। अभी यह पता नहीं चल सका है कि हमलावर कौन थे और उनका मकसद क्या था। हमले में बचने वाले 2 लोगों को अस्पताल में दाखिल करा दिया गया है।
बलूचिस्तान के मस्तुंग इलाके में 2015 में इसी तरह की घटना हुई थी। तब हमलावरों ने कराची जाने वाली बस से 24 लोगों को उतारकर अगवा कर लिया था। उनमें से 19 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
पिछले सप्ताह क्वेटा में हजारा समुदाय को निशाना बनाकर आतंकी हमला किया गया था। इसमें 20 लोगों की मौत हुई थी। पुलिस और अन्य एजेंसियां क्वेटा मामले की जांच पूरी भी नहीं कर पाईं कि बलूचिस्तान में फिर से वारदात हो गई।
सूत्रों के मुताबिक, जूता फेंकने वाले व्यक्ति ने खुद को कानपुर का व्हिसल ब्लोअर बताया है। उसने अपनी फेसबुक पोस्ट में 'लाल इमली मिल्स' के कर्मचरियों और पीएसयू कर्मचारियों की आत्महत्या का मामला उठाया था। इसके लिए उसने सरकार को जिम्मेदार ठहराया था।
मां और भाइयों से चल रहा है संपत्ति विवाद
बताया जाता है कि कानपुर के सिविल लाइंस में डॉ. भार्गव का अस्पताल है। भार्गव का उनकी मां दया भार्गव और भाइयों से संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है। वह पत्नी डॉ. शिखा भार्गव के साथ अलग रहते हैं। उनकी मां ने बहू और बेटे शक्ति भार्गव पर प्रताड़ना का केस दर्ज कराया था। प्रापर्टी के विवाद और परिवारिक विवाद की वजह से डॉ. भार्गव मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे। भार्गव लैंड माफिया के रूप में भी जाना जाता है। बताया जा रहा है कि पिछले वर्ष उसके ठिकानों पर आयकर विभाग का छापा भी पड़ा था।
मोदी ने कहा कि उन्होंने गुजरात से जो सीखा वोे 2017 में चीन के साथ डोकलाम में हुए विवाद के दौरान काफी काम आया है। इस दौरान मोदी ने यूपीए के कार्यकाल में हुए हमलों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने आतंकवाद पर लगाम लगाया है।
पाक ने भारत से बातचीत के लिए जनता के सामने अपील की- मोदी
बालाकोट हमले के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, वहां के नेता को हमसे फोन पर बात करने के लिए सार्वजनिक रूप से अपील करनी पड़ी। दरअसल, इमरान ने बालाकोट हमले के बाद कहा था कि वे भारत से बात करने की कोशिश कर रहे हैं।
'नेहरू का अनादर करने के इरादे से नहीं बनाई सरदार की प्रतिमा'
कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, सरदार सरोवर प्रोजेक्ट अगर 40 सालों पहले पूरा होता तो गुजरात और अच्छा होता। आजादी के बाद से 2014 में पहली बार कांग्रेस की सबसे कम सीटें आई हैं। 2019 में कांग्रेस सबसे कम सीटों पर चुनाव लड़ रही है, लेकिन फिर भी सत्ता में आने का सपना देख रही है। मोदी ने कहा, गुजरात में सरदार पटेल की प्रतिमा पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का अनादर करने के इरादे से नहीं बनाई गई।
कांग्रेसी नेताओं ने अब तक स्टैच्यू ऑफ यूनिटी नहीं देखा
मोदी ने कहा कि अब तक किसी भी बड़े कांग्रेस नेता ने दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का दौरा नहीं किया। अब तक 12 लाख से अधिक लोग इस प्रतिमा को देखने जा चुके हैं। हर माह 10 से 12 हजार लोग वहां जा रहे हैं, पर क्या आपने अब तक किसी कांग्रेसी नेता की स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के साथ तस्वीर देखी है? हालांकि, वे दावा करते हैं कि सरदार पटेल उनकी पार्टी कांग्रेस के नेता हैं।
वारदात गुरुवार को बुजी टॉप इलाके के मकरान कोस्टल हाईवे पर हुई। हमलावरों ने यात्रियों के पहचान पत्रों की जांच के बहाने नीचे उतारा। एजेंसी के मुताबिक, बस से कुल 16 यात्रियों को उतारा गया था। अभी यह पता नहीं चल सका है कि हमलावर कौन थे और उनका मकसद क्या था। हमले में बचने वाले 2 लोगों को अस्पताल में दाखिल करा दिया गया है।
बलूचिस्तान के मस्तुंग इलाके में 2015 में इसी तरह की घटना हुई थी। तब हमलावरों ने कराची जाने वाली बस से 24 लोगों को उतारकर अगवा कर लिया था। उनमें से 19 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
पिछले सप्ताह क्वेटा में हजारा समुदाय को निशाना बनाकर आतंकी हमला किया गया था। इसमें 20 लोगों की मौत हुई थी। पुलिस और अन्य एजेंसियां क्वेटा मामले की जांच पूरी भी नहीं कर पाईं कि बलूचिस्तान में फिर से वारदात हो गई।
सूत्रों के मुताबिक, जूता फेंकने वाले व्यक्ति ने खुद को कानपुर का व्हिसल ब्लोअर बताया है। उसने अपनी फेसबुक पोस्ट में 'लाल इमली मिल्स' के कर्मचरियों और पीएसयू कर्मचारियों की आत्महत्या का मामला उठाया था। इसके लिए उसने सरकार को जिम्मेदार ठहराया था।
मां और भाइयों से चल रहा है संपत्ति विवाद
बताया जाता है कि कानपुर के सिविल लाइंस में डॉ. भार्गव का अस्पताल है। भार्गव का उनकी मां दया भार्गव और भाइयों से संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है। वह पत्नी डॉ. शिखा भार्गव के साथ अलग रहते हैं। उनकी मां ने बहू और बेटे शक्ति भार्गव पर प्रताड़ना का केस दर्ज कराया था। प्रापर्टी के विवाद और परिवारिक विवाद की वजह से डॉ. भार्गव मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे। भार्गव लैंड माफिया के रूप में भी जाना जाता है। बताया जा रहा है कि पिछले वर्ष उसके ठिकानों पर आयकर विभाग का छापा भी पड़ा था।
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