इस स्मार्टफोन के साथ ऑफर भी दिया जा रहा है. इस ऑफर के तौर पर इस स्मार्टफोन की खरीदारी पर 2,999 रुपये कीमत वाला बोट का ब्लूटूथ रॉकर्स स्पोर्ट्स हेडसेट फ्री दिया जाएगा.
कंपनी का दावा है कि यह फोन यंग जेनेरेशन के लिए है जिन्हें गेमिंग, फोटॉग्रफी और एंटरटेनमेंट पसंद है. भारत में इसकी बिक्री ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर होगी और इसकी शुरुआत 15 जनवरी से होगी.
Huawei Y9 2019 के स्पेसिफिकेशन्स की बात करें तो इसमें 6.5 इंच की फुल व्यू डिस्प्ले है और 3D कर्व्ड डिजाइन दिया गया है. इसमें हुआवे का इनहाउस प्रोसेसर ऑक्टाकोर Kirin 710 दिया गया है और इसमें AI Powe 7.0 है. इसमें 4GB रैम के साथ 64GB की इंटरनल मेमोरी दी गई है. माइक्रो एसडी कार्ड से इसे बढ़ा कर 400GB तक किया जा सकता है. भारत में सिर्फ एक ही वेरिएंट लॉन्च हुआ है, जबकि दूसरे मुल्कों में 6GB रैम वेरिएंट भी मिलता है.
Huawei Y9 2019 में टोटल चार कैमरे दिए गए हैं. फोटॉग्रफी के लिए इस स्मार्टफोन के रियर में डुअल रियर कैमरा सेटअप दिया गया है. एक सेंसर 13 मेगापिक्सल है, जबकि दूसरा 2 मेगापिक्सल का है. सेल्फी के लिए भी इसमें डुअल फ्रंट कैमरा सेटअप दिया गया है. एक लेंस 16 मेगापिक्सल है और दूसरा 2 मेगापिक्सल का है.Tik tok इन दिनों में भारत में काफी पॉपुलर हो रहा है, इसलिए हुआवे ने इस स्मार्टफोन के कैमरा ऐप में ही इसका ऑप्शन दिया है. इससे सीधे टिक टॉक वीडियो बना सकते हैं.
यह स्मार्टफोन Android बेस्ड EMUI 8.2 पर चलता है. कनेक्टिविटी के लिए इसमें स्टैंडर्ड फीचर्स दिए गए हैं. इनमें वाईफाई, ब्लूटूथ और जीपीएस जैसे फीचर्स शामिल हैं. इसकी बैटरी 4,000mAh की है. इस स्मार्टफोन में डुअल सिम सपोर्ट है और एक स्लॉट माइक्रो एसडी के लिए दिया गया है.
रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार सुबह सुनवाई के दौरान मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने बेंच में जस्टिस उदय उमेश ललित के शामिल होने पर सवाल उठाए. इस पर जस्टिस यूयू ललित ने संविधान बेंच से खुद को अलग कर लिया. अब इसके लिए नई बेंच बनेगी.
पांच जजों की पीठ ने गुरुवार को कहा कि वह आज मामले की सुनवाई नहीं करेगी बल्कि सिर्फ इसकी टाइमलाइन तय करेगी. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि आज हम इस मसले पर सुनवाई नहीं करेंगे, बल्कि इसकी समय सीमा तय करेंगे. इस मामले की सुनवाई अब 29 जनवरी से होना तय किया गया है.
राजीव धवन ने कहा कि वह कोर्ट को यह बताना चाहते हैं कि इस मसले के शुरुआती दौर में 1994 में जस्टिस यूयू ललित अदालत की अवमानना के एक मामले में कल्याण सिंह की तरफ से पेश हुए थे. राजीव धवन ने कहा कि जस्टिस ललित अयोध्या विवाद से जुड़े क्रिमिनल केस में कल्याण सिंह के वकील के रूप में पेश हुए थे.
उन्होंने कहा, 'मैं लॉर्डशिप के सामने बस यह बात लाना चाहता हूं. हमें इस मसले की सुनवाई में कोई आपत्ति नहीं है. अब यह पूरी तरह से आपके ऊपर निर्भर है. मुझे खेद है कि और मैं ऐसा मसला उठाना नहीं चाहता था.'
इस पर सीजेआई ने कहा कि इसमें खेद जताने की क्या बात है, आपने तो बस तथ्य बताया है. हालांकि, यूपी सरकार के वकील हरीश साल्वे ने कहा कि जस्टिस यूयू ललित के पीठ में शामिल होने से उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन इस तरह का मामला उठाने के बाद जस्टिस यूयू ललित ने खुद को इस मसले से अलग कर लिया है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने इस बारे में जानकारी दी.
राजीव धवन ने इसके अलावा संविधान पीठ पर भी सवाल उठा दिया, उन्होंने कहा कि ये मामला पहले 3 जजों की पीठ के पास था लेकिन अचानक 5 जजों की पीठ के सामने मामला गया जिसको लेकर कोई न्यायिक आदेश जारी नहीं किया गया. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि संविधान पीठ का गठन करना चीफ जस्टिस का अधिकार है.
कंपनी का दावा है कि यह फोन यंग जेनेरेशन के लिए है जिन्हें गेमिंग, फोटॉग्रफी और एंटरटेनमेंट पसंद है. भारत में इसकी बिक्री ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर होगी और इसकी शुरुआत 15 जनवरी से होगी.
Huawei Y9 2019 के स्पेसिफिकेशन्स की बात करें तो इसमें 6.5 इंच की फुल व्यू डिस्प्ले है और 3D कर्व्ड डिजाइन दिया गया है. इसमें हुआवे का इनहाउस प्रोसेसर ऑक्टाकोर Kirin 710 दिया गया है और इसमें AI Powe 7.0 है. इसमें 4GB रैम के साथ 64GB की इंटरनल मेमोरी दी गई है. माइक्रो एसडी कार्ड से इसे बढ़ा कर 400GB तक किया जा सकता है. भारत में सिर्फ एक ही वेरिएंट लॉन्च हुआ है, जबकि दूसरे मुल्कों में 6GB रैम वेरिएंट भी मिलता है.
Huawei Y9 2019 में टोटल चार कैमरे दिए गए हैं. फोटॉग्रफी के लिए इस स्मार्टफोन के रियर में डुअल रियर कैमरा सेटअप दिया गया है. एक सेंसर 13 मेगापिक्सल है, जबकि दूसरा 2 मेगापिक्सल का है. सेल्फी के लिए भी इसमें डुअल फ्रंट कैमरा सेटअप दिया गया है. एक लेंस 16 मेगापिक्सल है और दूसरा 2 मेगापिक्सल का है.Tik tok इन दिनों में भारत में काफी पॉपुलर हो रहा है, इसलिए हुआवे ने इस स्मार्टफोन के कैमरा ऐप में ही इसका ऑप्शन दिया है. इससे सीधे टिक टॉक वीडियो बना सकते हैं.
यह स्मार्टफोन Android बेस्ड EMUI 8.2 पर चलता है. कनेक्टिविटी के लिए इसमें स्टैंडर्ड फीचर्स दिए गए हैं. इनमें वाईफाई, ब्लूटूथ और जीपीएस जैसे फीचर्स शामिल हैं. इसकी बैटरी 4,000mAh की है. इस स्मार्टफोन में डुअल सिम सपोर्ट है और एक स्लॉट माइक्रो एसडी के लिए दिया गया है.
रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार सुबह सुनवाई के दौरान मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने बेंच में जस्टिस उदय उमेश ललित के शामिल होने पर सवाल उठाए. इस पर जस्टिस यूयू ललित ने संविधान बेंच से खुद को अलग कर लिया. अब इसके लिए नई बेंच बनेगी.
पांच जजों की पीठ ने गुरुवार को कहा कि वह आज मामले की सुनवाई नहीं करेगी बल्कि सिर्फ इसकी टाइमलाइन तय करेगी. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि आज हम इस मसले पर सुनवाई नहीं करेंगे, बल्कि इसकी समय सीमा तय करेंगे. इस मामले की सुनवाई अब 29 जनवरी से होना तय किया गया है.
राजीव धवन ने कहा कि वह कोर्ट को यह बताना चाहते हैं कि इस मसले के शुरुआती दौर में 1994 में जस्टिस यूयू ललित अदालत की अवमानना के एक मामले में कल्याण सिंह की तरफ से पेश हुए थे. राजीव धवन ने कहा कि जस्टिस ललित अयोध्या विवाद से जुड़े क्रिमिनल केस में कल्याण सिंह के वकील के रूप में पेश हुए थे.
उन्होंने कहा, 'मैं लॉर्डशिप के सामने बस यह बात लाना चाहता हूं. हमें इस मसले की सुनवाई में कोई आपत्ति नहीं है. अब यह पूरी तरह से आपके ऊपर निर्भर है. मुझे खेद है कि और मैं ऐसा मसला उठाना नहीं चाहता था.'
इस पर सीजेआई ने कहा कि इसमें खेद जताने की क्या बात है, आपने तो बस तथ्य बताया है. हालांकि, यूपी सरकार के वकील हरीश साल्वे ने कहा कि जस्टिस यूयू ललित के पीठ में शामिल होने से उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन इस तरह का मामला उठाने के बाद जस्टिस यूयू ललित ने खुद को इस मसले से अलग कर लिया है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने इस बारे में जानकारी दी.
राजीव धवन ने इसके अलावा संविधान पीठ पर भी सवाल उठा दिया, उन्होंने कहा कि ये मामला पहले 3 जजों की पीठ के पास था लेकिन अचानक 5 जजों की पीठ के सामने मामला गया जिसको लेकर कोई न्यायिक आदेश जारी नहीं किया गया. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि संविधान पीठ का गठन करना चीफ जस्टिस का अधिकार है.
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